तेरी दोस्ती में खुद को महफूज मानते हैं,
जो पानी में गिरा आंसू भी पहचान ले ती है.
अनजाने में इक ख्वाब इन आँखों को दिखाया है
समझ लो के जन्नत उनके बिलकुल करीब होती है
तेरी दोस्ती के लिए अपना दिल तोड़ सकता हु लेकिन अपने दिल के लिए तेरी दोस्ती नहीं तोड़ सकता.
कहा है उन्होंने देर लगेगी पर आएंगे जरूर !!
शाम-ए-महेफिल! चलो कुछ पुराने दोस्तों के
क्योंकि इसी ने कुछ हसीन दोस्तों से भी मिलाया।
मेने ये click here प्यारा सा दोस्त पाया है दुनियां की भीड़ से।
जो पानी में गिरा हुआ आंसू पहचान लेती है,
मेरी हसरत थी हमेशा से खुदा से मिलने की दोस्त
ज़िन्दगी दोस्ती के लम्हो में है गुम हो जाती
दिल से मायूसी जिंदगी से दर्द और बस चले तो
तूफ़ान है जिंदगी तो सहारा है तेरी दोस्ती